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के शहरों अल करक:
अल करक
अल करक-करक प्रान्त
करक प्रान्त (अंग्रेज़ी: Karak Governorate, अरबी: محافظة الكرك) पश्चिम एशिया के जॉर्डन देश का एक प्रान्त है। यह उस देश के दक्षिण क्षेत्र में स्थित है।
अल करक-अल-क़मर
सूरा अल-कमर (इंग्लिश: Al-Qamar) इस्लाम के पवित्र ग्रन्थ कुरआन का 54 वां सूरा (अध्याय) है। इसमें 55 आयतें हैं। सूरा अल-कमरया सूरा अल्-क़मर पहली ही आयत
अल करक-अल-फ़ील
सूरा अल-फ़ील (इंग्लिश: Al-Fil) इस्लाम के पवित्र ग्रन्थ कुरआन का 105 वां सूरा (अध्याय) है। इसमें 5 आयतें हैं। फिल का अर्थ है हाथी और यह हाथी का अध्याय है।
अल करक-अल-क़ियामह
हिंदी अनुवाद में सूरा अल-क़ियामह और प्रसिद्ध किंग फ़हद प्रेस के अनुवाद में सूरा अल्-क़ियामह नाम दिया गया है। पहली ही आयत शब्द “अल-क़ियामाह” (प्रलय, परलोक
अल करक-अल-काफ़िरून
में सूरा अल-काफ़िरून और प्रसिद्ध किंग फ़हद प्रेस के अनुवाद में भी सूरा अल्-काफ़िरून नाम दिया गया है। नाम पहली ही आयत “कह दो कि ऐ काफ़िरो (अल-काफ़िरून)
अल करक-अल-फ़तह
सूरा अल-फ़तह (अरबी: سورة الفتح) (विजय, जीत) इस्लाम के पवित्र ग्रन्थ कुरआन का 48 वां सूरा (अध्याय) है। इसमें 29 आयतें हैं। सूरा 'अल-फ़तह'या सूरा अल्-फ़त्ह़
अल करक-अल-फ़लक़
में सूरा अल-फ़लक़ और प्रसिद्ध किंग फ़हद प्रेस के अनुवाद में भी सूरा अल्-फ़लक़ नाम दिया गया है। यद्यपि कुरआन मजीद की ये दोनों अन्तिम सूरतें (अल-फ़लक़) और
अल करक-अल-मुम्तहिना
दिया गया है कि जो स्त्रियाँ हिजरत करके आएँ और मुसलमान होने का दावा करें उनकी परीक्षा ली जाए। इसी सम्पर्क से इसका नाम अल -मुम्तहिना रखा गया है। इसका उच्चारण
अल करक-अल-आला
अल-आला और प्रसिद्ध किंग फ़हद प्रेस के अनुवाद में सूरा अल्-आला नाम दिया गया है। नाम पहली ही आयत “अपने सर्वोच्च रब के नाम की तसबीह करो" के शब्द 'अल आला'
अल करक-अल-आदियात
के विद्वान मौलाना सैयद अबुल आला मौदूदी लिखते हैं कि इसका उद्देश्य लोगों को यह समझाना । है कि मनुष्य परलोक का इनकार करके या उससे ग़ाफ़िल होकर कैसी नैतिक
अल करक-अल-इंसान
सूरा अल-इंसान (इंग्लिश: Al-Insān) इस्लाम के पवित्र ग्रन्थ कुरआन का 76 वां सूरा (अध्याय) है। इसमें 31 आयतें हैं। इस सूरा के अरबी भाषा के नाम को क़ुरआन के
अल करक-अल-अहक़ाफ़
सूरा अल-अहक़ाफ़ (इंग्लिश: Al-Ahqaf) इस्लाम के पवित्र ग्रन्थ कुरआन का 46 वां सूरा (अध्याय) है। इसमें 35 आयतें हैं। सूरा 'अल-अहक़ाफ़या सूरा अल्-अह़्क़ाफ़
अल करक-अल जज़ीरा
देशों में एक साथ हुई थी। अल जज़ीरा समाचार चैनल अपने शुरुआत से ही अलकायदा की खबरों को प्रसारित करके विवादों में रहा है। अरबी में अल जज़ीरा का मतलब होता है
अल करक-अल-क़ायदा
अल कायदा का पूरा नाम अल-क़ायदा (अरबी: القاعدة, अर्थ: 'बुनियाद', 'आधार') एक बहुराष्ट्रीय उग्रवादी सुन्नी इस्लामवादी संगठन है जिसका स्थापना ओसामा बिन लादेन
अल करक-अल-मुनाफ़िक़ून
सूरा अल-मुनाफ़िक़ून (इंग्लिश: Al-Munafiqun) इस्लाम के पवित्र ग्रन्थ कुरआन का 63 वां सूरा (अध्याय) है। इसमें 11 आयतें हैं। इस सूरा के अरबी भाषा के नाम को
अल करक-अल-हष्र
सूरा अल-हश्र (इंग्लिश: Al-Hashr) इस्लाम के पवित्र ग्रन्थ कुरआन का 59 वां सूरा (अध्याय) है। इसमें 24 आयतें हैं। इस सूरा के अरबी भाषा के नाम को क़ुरआन के
अल करक-मुहम्मद इब्न मूसा अल-ख़्वारिज़्मी
अबू अब्दल्लाह मुहम्मद इब्न मूसा अल-ख़्वारिज़्मी (अरबी: عَبْدَالله مُحَمَّد بِن مُوسَى اَلْخْوَارِزْمِي, अंग्रेज़ी: Muḥammad ibn Mūsā al-Khwārizmī; जन्म:
अल करक-अल-कौथर
अल-कौथर (अल-कौसर):(इंग्लिश: Al-Kawthar) इस्लाम के पवित्र ग्रन्थ कुरआन का 108 वां सूरा (अध्याय) है। इसमें 3 आयतें हैं। इस सूरा के अरबी भाषा के नाम को क़ुरआन
अल करक-अल-बय्यिना
सूरा अल-बय्यिना (अरबी: سورة البينة) (स्पष्ट साक्ष्य) कुरान का 98वां सूरा है। इसमें 8 आयतें हैं। इस सूरा का प्रकटीकरण स्थान विवादित है, जिसे अधिकांश मदीना
अल करक-अली इब्न अबी तालिब
लेवेंटाइन समर्थकों को संगठित करके और अली को श्रद्धांजलि अर्पित करने से इंकार कर दिया कि उनके दल ने अपने चुनाव में भाग नहीं लिया था। अली ने अपनी सेनाओं को उत्तर
अल करक-अल-जासिया
सूरा अल-जासिया (इंग्लिश: Al-Jathiya) इस्लाम के पवित्र ग्रन्थ कुरआन का 45 वां सूरा (अध्याय) है। इसमें 37 आयतें हैं। सूरा 'अल-जासियाया सूरा अल्-जासियानाम
अल करक-अल-मुजादिला
सूरा अल-मुजादिला (इंग्लिश: Al-Mujadila) इस्लाम के पवित्र ग्रन्थ कुरआन का 58 वां सूरा (अध्याय) है। इसमें 22 आयतें हैं। इस सूरा के अरबी भाषा के नाम को क़ुरआन
अल करक-रुब अल-ख़ाली
रुब अल-ख़ाली (अरबी: الربع الخالي, अंग्रेज़ी: Rub' al-Khali), जिसका मतलब 'ख़ाली क्षेत्र' होता है, दुनिया का सबसे बड़ा रेत का रेगिस्तान है (अधिकतर रेगिस्तानों
अल करक-अल-बलद
अनुवाद में सूरा अल-बलद और प्रसिद्ध किंग फ़हद प्रेस के अनुवाद में सूरा अल्-बलद नाम दिया गया है। नाम पहली ही आयत “नहीं, मैं क़सम खाता हूँ अल-बलद (इस शहर मक्का)
अल करक-अल-क़सस
सूरा अल-क़सस (इंग्लिश: Al-Qasas) इस्लाम के पवित्र ग्रन्थ कुरआन का 28 वां सूरा या अध्याय है। इसमें 88 आयतें हैं। सूरा अल-क़ससका नाम आयत 25 के इस वाक्यांश
अल करक-अल-जुमुआ
सूरा अल-जुमुआ (इंग्लिश: Al-Jumu'ah) इस्लाम के पवित्र ग्रन्थ कुरआन का 62 वां सूरा (अध्याय) है। इसमें 11 आयतें हैं। इस सूरा के अरबी भाषा के नाम को क़ुरआन
अल करक-अल-अनफ़ाल
अल-अनफ़ाल : क़ुरआन का 8 वां अध्याय (सूरा)। सूरए अनफ़ाल मदीना में नाज़िल हुआ और इसमें पच्हत्तर (75) आयतें हैं ख़ुदा के नाम से (शुरू करता हूँ) जो बड़ा मेहरबान
अल करक-शाजरत अल-दुर
रूप में खरीदा गया था और उसके साथ ममलुक रुक्न अल-दीन बेबर्स अल-सलीही ( बैबर नहीं जो सुल्तान बन गए) अल करक को हिरासत में लेने के दौरान उनके साथ थे। वहाँ
अल करक-अल-हज
सूरा अल-हज (इंग्लिश: Al-Hajj) इस्लाम के पवित्र ग्रन्थ कुरआन का 22 वां सूरा या अध्याय है। इसमें 78 आयतें हैं। सूरा अल्-हज या सूरा अल्-ह़ज्ज सूरा की आयत
अल करक-अल-इस्रा
सूरा अल्-इस्रा (इंग्लिश: Al-Isra) या सूरा बनी इसराईल इस्लाम के पवित्र ग्रन्थ कुरआन का 17 वां सूरा या अध्याय है। इसमें 111 आयतें हैं। सूरा बनी इसराईल या
अल करक-अल-फ़ुरक़ान
सूरा अल-फ़ुरक़ान (इंग्लिश: Al-Furqan) इस्लाम के पवित्र ग्रन्थ कुरआन का 25 वां सूरा या अध्याय है। इसमें 77 आयतें हैं। सूरा अल्-फ़ुरक़ान या सूरा अल्-फ़ुर्क़ान
अल करक-कर्क तारामंडल
कर्क या कैन्सर (अंग्रेज़ी: Cancer) तारामंडल राशिचक्र का एक तारामंडल है। यह तारामंडल काफ़ी छोटा है और इसके तारे धुंधले दिखाई देते है। पुरानी खगोलशास्त्रिय
अल करक-वज़ीर अली ख़ान
मिर्ज़ा वज़ीर अली खान(१७८० - १८१७), चौथे नवाब वज़ीर अल ममालिक ए एवध थे। पांच माह के शासन काल के अंदर ही उन्हें अंग्रेज़ों और अपनी प्रजा, दोनों ही द्वारा
अल करक-मंसूर अल हल्लाज
मंसूर अल हल्लाज (858 – मार्च 26, 922) एक कवि और तसव्वुफ़ (सूफ़ी) के प्रवर्तक विचारकों में से एक था जिसको सन ९२२ में अब्बासी ख़लीफ़ा अल मुक़्तदर के आदेश
अल करक-मदीना
मदीना या अल-मदीना (अरबी: المدينة) जिसे सम्मानपूर्वक 'अल-मदीना अल-मुनव्वरा' (/ mədiːnə/ ; अरबी : المدينة المنورة, अल-मदीना अल-मुनव्वरा, " चमकदार शहर";
अल करक-आसिफ अली ज़रदारी
आसिफ़ अली ज़रदारी (उर्दू: آصف علی زرداری, सिंधी: آصف علي زرداري; जन्म 26 जुलाई 1955) एक पाकिस्तानी राजनीतिज्ञ और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के सह अध्यक्ष
अल करक-अल-अक्सा मस्जिद
इसके बाद 702 ईश्वीं में मुस्लिमों ने 'मस्जिद अल-अक्सा'का निर्माण कराया और तब से लेकर अब तक यहूदी इसी 'मस्जिद अल-अक्सा'की पश्चिमी दिवार को पूजते हैं जिसे 352
अल करक-अरुणा आसफ़ अली
अरुणा आसफ़ अली (बंगाली: অরুণা আসফ আলী) (१६ जुलाई १९०९ – २९ जुलाई १९९६) भारतीय स्वतंत्रता सेनानी थीं। उनका जन्म का नाम अरुणा गांगुली था। उन्हे 1942 में
अल करक-हुसैन इब्न अली
हज़रत हुसैन (अल हुसैन बिन अली बिन अबी तालिब, यानि अबी तालिब के पोते और अली के बेटे अल हुसैन, 626 हि. -680 हि.) हज़रत अली अल्हाई सलाम दूसरे बेटे थे और
अल करक-अल-अनकबूत
सूरा अल-अनकबूत (इंग्लिश: Al-Ankabut) इस्लाम के पवित्र ग्रन्थ कुरआन का 29 वां सूरा या अध्याय है। इसमें 69 आयतें हैं। सूरा अल्-अन् कबूतया सूरा अल्-अन्कबूत
अल करक-अल-माइदा
अल-माइदा : क़ुरआन का 5 वां अध्याय (सूरा) है। सूरए अल माएदह (ख़वान) मदीना में नाज़िल हुआ और इसकी एक सौ बीस आयते हैं (मैं) उस ख़ुदा के नाम से (षुरू करता
अल करक-अल-अनआम
अल-अनआम : क़ुरआन का 6 वां अध्याय या सूरा है। 'सूरए अनआम' मक्के में नाज़िल हुआ और इसकी एक सौ छियासठ (166) आयतें हैं (मै) उस ख़ुदा के नाम से शुरु करता हूँ
अल करक-अल-आराफ़
अल-आरएफ़ : क़ुरआन का 7 वां अध्याय (सूरा)। सूरए आराफ़ मक्का में नाज़िल हुआ और इसमें 206 आयतें हैं (मैं) उस ख़ुदा के नाम से (षुरू करता हूँ) जो बड़ा मेहरबान
अल करक-शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम
शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम: (अरबी: محمد بن راشد آل مكتوم; मुहम्मद बिन राशिद अल मकतूम; जन्म 15 जुलाई 1949), संयुक्त अरब अमीरात के उपराष्ट्रपति और प्रधान
अल करक-अल-कहफ़
सूरा अल-कहफ़ (इंग्लिश: Al-Kahf) इस्लाम के पवित्र ग्रन्थ कुरआन का 18 वां सूरा या अध्याय है। इसमें 110 आयतें हैं। सूरा अल कह्फ़ या अल्-कह्फ़' का नाम सूरा
अल करक-मोहम्मद अली जिन्नाह
मोहम्मद अली जिन्ना (उर्दू: محمد علی جناح, जन्म: 25 दिसम्बर 1876 मृत्यु: 11 सितम्बर 1948) बीसवीं सदी में मुस्लिम लीग का एक प्रमुख नेता था, जिसे पाकिस्तान
अल करक-आल इमरान
आल ए इमरान : (इमरान की संतान) क़ुरआन का अध्याय (सूरा) नंबर 3 है। सूरए आले इमरान मदीना में नाज़िल हुआ और इसमे दो सौ (200) आयते और बीस रूकुअ है अल्लाह के
अल करक-अल-मोमिनून
सूरा अल-मोमिनून (इंग्लिश: Al-Mu'minoon) इस्लाम के पवित्र ग्रन्थ कुरआन का 23 वां सूरा या अध्याय है। इसमें 118 आयतें हैं। सूरा अल्-मोमिनून या सूरा अल्-मुमिनून
अल करक-अब्द अल-मुत्तलिब
इस अधिनियम का बदला लेने का फैसला किया और वह मक्का की ओर एक सेना के साथ आगे बढ़े। :22–23 अब्रहाह की सेना में तेरह हाथी थे :99 :26 और वर्ष को '
अल करक-अल खिज्र
शक्ति, जब अली ने बदर युद्ध में जीतने के लिए अल-खिज्र (अल्लाह कबीर) से आशीर्वाद मांगा था , तो उसने अली को एक शब्द (मंत्र) दिया। इसका जाप करके अली ने मुहम्मद
अल करक-अल मुक्बाली
अल मुक्बाली अरब प्रायद्वीप में अरब जनजातियों में से एक है। यह साहस, उदारता और कुलीनता, और अरबी का उपयोग करके ज्ञात कवियों के लिए जाना जाता है। क़ुरैश क़बीला
अल करक-उमर
हजरत उमर इब्न अल-खत्ताब (अरबी में عمر بن الخطّاب), ई. (586–590 – 644) हजरत मुहम्मद साहब के प्रमुख चार सहाबा (साथियों) में से थे। वो हजरत अबु बक्र के बाद
अल करक-कर्कट रोग
बढ़ता है। कर्क में से १३% का कारण है। अमेरिकन कैंसर सोसायटी के अनुसार, २००७ के दौरान पूरे विश्व में ७६ लाख लोगों की मृत्यु कर्क के कारण हुई। कर्क सभी जानवरों
अल करक-उस्मान बिन अफ़्फ़ान
प्रत्येक सदस्य से अलग से मुलाकात करके अपना कार्य शुरू किया। उन्होंने उनसे पूछा कि किसके लिए वे अपना वोट देंगे। जब हजरत अली से पूछा गया, उन्होंने जवाब नहीं
अल करक-लेला अल-अत्तार
लैला अल अत्तर ( 7 मई, 1944 - 27 जून, 1993) एक कुशल इराकी कलाकार और चित्रकार थी, जो इराकी राष्ट्रीय कला संग्रहालय के निदेशक बनी। लैला अत्तार ने 1965 में
अल करक-अल कपोन
एल्फोंसे गेब्रिएल "अल" कपोन (17 जनवरी 1899 - 25 जनवरी 1947) एक अमेरिकी गैंगस्टर थे जो प्रोहिबिशन-एरा (निषेध-युग) के समय "कपोन्स" नाम से जाने जाने वाले
अल करक-सिकन्दरिया
सिकन्दरिया या अलेक्जेंड्रिया (अंग्रेजी:Alexandria; अरबी: الإسكندرية अल-इस्कंदरिया), मिस्र का दूसरा सबसे बड़ा शहर है। यहाँँ की जनसंख्या 41 लाख है और यह
अल करक-बैत अल-माल
बैत अल-माल (بيت المال) या बैतुल माल एक अरबी शब्द है जिसका अनुवाद "धन का सदन" या "धन के सदन" के रूप में किया जाता है। ऐतिहासिक रूप से, यह एक वित्तीय संस्थान
अल करक-मीर उस्मान अली ख़ान
निज़ाम थे। वे महबूब अली खान के दूसरे पुत्र थे। १९११ से १९४८ तक वे इस रियासत के निज़ाम (शासक) रहे जब भारतीय सेना ने कार्वाई करके इन्हें पदच्युत कर दिया
अल करक-ज़ुबैर इब्न अल-अवाम
ज़ुबैर इब्न अल-अवाम (अज़-ज़ुबैर इब्न अल-अवाम) (अरबी : الزبير بن العوام بن خويلد ; 594-656) हजरत मुहम्मद साहब के एक साथी (सहाब) और रशीदुन सेना में एक कमांडर
अल करक-अयमान अल-जवाहिरी
भी ओसामा बिन लादेन की तरह स्ट्राइक करके मारा। जवाहिरी को अफगानिस्तान के काबुल में ड्रोन अटैक से मारा गया। अयमान अल-जवाहिरी का जन्म 19 जून 1951 में मिस्र
अल करक-आलू चाट (चलचित्र)
आलू चाट बॉलीवुड का एक रोमांटिक हास्य चलचित्र है। चलचित्र का निर्देशन रोबी ग्रेवाल ने किया है। आलू चाट एक निखिल (आफ़ताब शिवदसानी) नाम के लड़के कि है जो
अल करक-इब्न अल-हेथम
हसन इब्न अल-हेथम (लैटिन: Al-hazen) अल्हाज़ेन ; पूरा नाम अबू 'अली अल-इसासन इब्न अल-इसान इब्न अल-हेथम أبو علي, الحسن بن الحسن بن الهيثم ; सी। 965 - सी।
अल करक-रजब
मुसलमान इमाम मूसा अल-काज़िम की ईद मनाते हैं। 09 रजब - हुसैन इब्न अली को एक पुत्र अली असग़र पैदा हुए। 10 रजब - नौवें इमाम मुहम्मद अल-तक़ी का जन्म। 13 रजब
अल करक-द्वितीय आंग्ल-मैसूर युद्ध
ही हैदर अली की मृत्यु हो गई थी, किंतु उसके पुत्र और उत्तराधिकारी टीपू सुल्तान ने युद्ध जारी रखा और बेदनूर पर अंग्रेज़ों के आक्रमण को असफल करके मंगलोर जा
अल करक-मौलाना सैयद अबुल आला मौदूदी
'इस्लामी जिहाद की हक़ीकत' के अनुवाद करके 'इस्लामी जिहाद की वास्तविकता'नाम से केवल ३२ पृष्ठ की छपी है। उस समय सैयद अबुल आला मौदूदी केवल 24 वर्ष के थे। बिर्टिश
अल करक-मसाला दोसा
में इसे कुचलकर और पेस्ट बनाकर बनाया जाता है। स्टफिंग को उबले हुए आलू का उपयोग करके सरसों के बीज के स्वाद के साथ और पिसे हुए नारियल, हल्दी के स्थान को
अल करक-क़िबलाह
दिया था: अल-खवारिज्मी, हबाश अल-हसीब अल-मारवाज़ी, अल-नाराजी, अल-बट्टानी, अबू अल-वफा 'बुजानी, इब्न यूनुस, अल -सिजी, अबू नासर मंसूर, इब्न अल- हेथम, अल-बिरूनी
अल करक-चोखा
दाल-बाट्टी के साथ सेवन किया जाता है। प्राय इसको आलू या बैंगन से बानाया जाता है। एक खुली गैस स्टोव पर बैंगन रोस्ट करके अंदर तक अच्छी तरह से पकाया जाता है। भुनने
अल करक-अल-बक़रा
अल बक़रा : क़ुरआन का अध्याय (सूरा) नंबर दो है, यह सूरह मदनी है, इस में 286 आयतें हैं। यह सूरह कुरान की सब से बडी सूरह है। इस के एक स्थान पर “बक़रह “(अर्थात:
अल करक-जॉर्डन की जनसांख्यिकी
परिवारों से निकले हैं। सबसे विशेष रूप से जेराश, अजलुन, बलका, इरबिद, मादाबा, अल करक, अकाबा, अम्मान और देश के कुछ अन्य राज्यों के गवर्नरों में। देश में अधिकांश
अल करक-शिया इस्लाम
इब्ने अली (अल्-तकी) इमाम - हजरत अली इब्ने मोहम्मद (अल्-नकी) इमाम - हजरत हसन इब्ने अली (अल्-अस्करी) इमाम - हजरत मोहम्मद इब्ने हसन (अल्-महदी, अल्-कायम,
अल करक-अल नासर फुटबॉल क्लब
(1955-1989) अल नास्र की स्थापना 1955 में अल-जाबा बंधुओं द्वारा की गई थी। अल-जाबा भाइयों के अलावा, अली और अल-ओवैस। प्रिंस अब्दुल रहमान बिन सऊद अल सऊद अल नासर
अल करक-सूफ़ीवाद
कि सूफ़ीवाद ईराक़ के बसरा नगर में क़रीब एक हज़ार साल पहले जन्मा। राबिया, अल अदहम, मंसूर हल्लाज जैसे शख़्सियतों को इनका प्रणेता कहा जाता है - ये अपने समकालीनों
अल करक-अल जिहाद फिल इस्लाम (पुस्तक)
अनुवाद करके 'इस्लामी जिहाद की वास्तविकता' नाम से और मराठी में 'इस्लामी जिहाद (मानवतेची श्रेष्ठतम सेवा) के 'नाम से अनुवाद प्रकाशित हुआ। मौलाना मोहम्मद अली जौहर
अल करक-मिहराब
ही फ्लैट बना रही थी। इसके बाद, अल-वालिद इब्न अब्द अल-मलिक (अल-वालिद प्रथम, आर 705-715) के शासनकाल के दौरान, अल-मस्जिद अल- नाबावी (पैगंबर की मस्जिद) का
अल करक-इस्लाम
इस्लाम (अरबी: الإسلام ; अल-इस्लाम ) एक इब्राहीमी पन्थ है, जो प्रेषित परम्परा से निकला एकेश्वरवादी पन्थ है।इसकी शुरुआत 7वीं सदी के अरबी प्रायद्वीप में
अल करक-हदीस
पक्ष किसी भी हदीस संग्रह के प्रमाण को पूरी तरह से अस्वीकार करता हैं। कुतुब अल-सित्तह जिसका अनुवाद "प्रामाणिक छह" होता है। छः किताबें हैं जिनमें ह़दीस़़
अल करक-इस्लामी शब्दावली
करने के लिए, और जिहाद में मुस्लिम भूमि पर विश्वासघात प्रभुत्व का विरोध करके। अल-खुलाफा अर-रशीदून (الخلفاء الراشدون) चार मुसलमानों का मानना है कि ज्यादातर
अल करक-समोसा
बेक करके खाना पसंद करते हैं। भारत विभिन्नताओं का देश है, सो हर प्रांत में समोसे के साथ वहाँ की खूबियाँ भी जुड़ती जाती हैं। उत्तरप्रदेश व बिहार में आलू के
अल करक-नुसरत फ़तेह अली ख़ान
नुसरत फतह अली खान सूफी शैली के प्रसिद्ध कव्वाल थे। इनके गायन ने कव्वाली को पाकिस्तान से आगे बढ़कर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई। कव्वालों के घराने
अल करक-सीरत उन-नबी
सीरत : इस्लाम में, अल-सिरा अल-नबाविया (पैगंबर जीवनी ), सीरत रसूल अल्लाह (अल्लाह (ईश्वर) के पैग़म्बर (प्रेषित) का जीवन ), या सिर्फ अल-सीरा मुहम्मद की पारंपरिक
अल करक-तरावीह
समय तक भी तरावीह की नमाज़ समूह में नहीं पढ़ी जाती थी। दूसरे खलीफा उमर बिन अल ख़त्ताब जिन्हें पैग़म्बर ने खलीफ़ उर्र-राशिदून (सही दिशा में चलते हुए) मैं
अल करक-पंचांग
तालिकाएँ ८वीं सदी ईसवी - इब्राहीम अल-फ़ज़ारी की ज़ीज ('ज़ीज' का अर्थ तारों की तालिका होता है) ९वीं सदी ईसवी - मुहम्मद इब्न मूसा अल-ख़्वारिज़्मी की ज़ीज १२वीं
अल करक-सालिह
(जों कि मुसलमान हो गए थे) को खिताब करके कहते – “क्या तुमको यकींन है कि बिला शुबहा सालेह अपने परवरदियार का रसूल है?’ [अल-अराफ़ ७:५९] और मुसलमान जवाब देते
अल करक-हदीस की शब्दावली
इब्न अल-जौज़ी द्वारा अल-मौदुत। अल-जौराकनी द्वारा किताब अल -अबातिल। अल-लाउली अल-मसूआआ फा 'एल-अहदीथ अल-माउडुआ अल-सुयुति द्वारा। अली अल-कारी द्वारा अल-माउडुआट।
अल करक-इस्लामी दर्शन
दार्शनिक-विज्ञानों के क्षेत्र में अल फरबी की कोटि तक नहीं पहुँचा है; उनकी कृतियों का अध्ययन तथा उनकी शैली का अनुकरण करके ही अविसिना ने ऐसी सुविज्ञता प्राप्त
अल करक-ख़ालिद बिन वलीद
एकमात्र ऐसे कमांडर हैं जिन्होंने अपने जीवन में एक भी युध्द या लड़ाई नहीं हारी। अल वाक्दी ने बयान किया है कह खालिद प्रथम शुन्य 8 हिजरी को इस्लाम स्वीकार कर लिया।
अल करक-हज़रत निज़ामुद्दीन
इमाम ज़ाफ़र अल-सादिक़ हज़रत सईदना इमाम मूसा अल-काज़िम हज़रत सईदना इमाम अली अर-रिदा (असल में, अली मूसा रज़ा) हज़रत सईदना इमाम मोहम्म्द अल-तक़ी हज़रत सईदना
अल करक-बुर्राक़
चचेरे भाई के घर (फकीता बिन अबी तालिब के घर) में मक्का गए थे, जब वह अल-मस्जिद अल-हरम (अल-हरम मस्जिद) गए थे। जब वह काबा में आराम कर रहे थे, तब जिब्राईल ने
अल करक-मुहम्मद बिन क़ासिम
आधुनिक सउदी अरब में स्थित ताइफ़ शहर में हुआ था। वह उस इलाक़े के अल-सक़ीफ़ (जिसे अरबी लहजे में अल-थ़क़ीफ़ उच्चारित करते हैं) क़बीले का सदस्य था। उसके पिता क़ासिम
अल करक-मुहाजिरीन
विरोधियों के उत्पीडन से परेशान हो कर पैग़म्बर मुहम्मद पर विश्वास करके मक्का से हिजरत करके उनके साथ मदीना गये थे। हिन्दी उर्दू में मुहाजिरीन का प्रयोग अधिकतर
अल करक-इमाम अली रिज़ा
से सबसे महत्वपूर्ण शिया विद्रोह था। खलीफा अल-मामुन ने अपने उत्तराधिकारी के रूप में अल-रिज़ा को नियुक्त करके इस समस्या का एक उपाय किया, जिसके माध्यम से
अल करक-दुबई
प्रत्यादेश शक्ति का अधिकार है। दुबई पर 1833 से अल माकतौम वंश ने शासन किया है। इसके मौजूदा शासक मोहम्मद बिन रशीद अल माकतौम संयुक्त अरब अमीरात के प्रधानमंत्री
अल करक-आईएसआईएस
हुआ। इब्राहिम अव्वद अल-बद्री उर्फ अबु बक्र अल-बगदादी इसका मुखिया है। शुरू में अल कायदा ने इसका हर तरह से समर्थन किया किन्तु बाद में अल कायदा इस संगठन से
अल करक-सऊदी अरब के राजा
कहा जाता है (خادم الحرمين الشريفين)। शीर्षक, जो मक्का में मस्जिद अल हरम और मदीना में अल-मस्जिद ए-नबवी की मस्जिदों पर सऊदी अरब के अधिकार क्षेत्र को दर्शाता
अल करक-यूसुफ़ मेहर अली
यूसुफ़ मेहर अली (23 सितंबर, 1903 - 2 जुलाई, 1950) एक समाजवादी विचारधारा वाले राजनेता व स्वतंत्रता सेनानी थे। उन्हें 1942 में बॉम्बे का मेयर चुना गया था
अल करक-नबाती
नबाती या नबाताई (अरबी: الأنباط, अल-अनबात; अंग्रेजी: Nabatean, नैबटीयन) प्राचीन काल में दक्षिणी जोर्डन, सीरिया और लेबनान और अरबी प्रायद्वीप के उत्तरी
अल करक-क़ुरआन
क़ुरआन (अरबी: القرآن, अल-क़ुर्'आन) इस्लाम की पाक किताब है मुसलमान मानते हैं कि इसे अल्लाह ने फ़रिश्ते जिब्रईल अलैहिस्सलाम द्वारा पैगम्बर मुहम्मद साहब
अल करक-सीरिया
अन-नब्क- कुसैर - मालौला - ज़बादानी - बुसरा अल शाम - जरामाना - अत-ताल - सलामिये- सैदान्या - अल-बाब - जिस्र अल-शुग़ुर सीरिया का अधिकांश क्षेत्र शुष्क है।
अल करक-नादिया अबू अल हज
नादिया अबू अल हज (जन्म 1962 ) ड्यूक विश्वविद्यालय से मानव विज्ञान में पीएचडी के साथ एक अमेरिकी शैक्षणिक है। वह बरनार्ड कॉलेज में नृविज्ञान की एसोसिएट प्रोफेसर
अल करक-अमजद कलाफ़
ने 2007 से 2016 तक अल-शॉर्टा के लिए खेला, 2011 में अल-नाफ्ट के खिलाफ दो गोल करके क्लब को रेलीगेशन से बचाया। वह 2011 में एक मैच में अल-शॉर्टा की कप्तानी
अल करक-उबैदुल्लाह सिंधी
देवबंद में दाखिला लिया, जहां वह कई बार, मौलाना रशीद गंगोही और मौलाना महमूद अल-हसन समेत अन्य प्रसिद्ध इस्लामी विद्वानों से जुड़े थे। मौलाना सिंधी 1909 में
अल करक-ख़िलाफ़त आन्दोलन
मार्च 1919में बम्बई में एक खिलाफत समिति का गठन किया गया था। मोहम्मद अली और शौकत अली बन्धुओ के साथ-साथ अनेक मुस्लिम नेताओं ने इस मुद्दे पर संयुक्त जनकार्यवाही
अल करक-अध-धारियात
जिसमें सूरा 50 (क़ाफ़.) अवतरित हुई है। इस्लाम के विद्वान मौलाना सैयद अबुल आला मौदूदी लिखते हैं कि इसका बड़ा भाग परलोक के विषय पर है और अन्त में एकेश्वरवाद
अल करक-नमाज़
दुआ उन के लिए सरापा तसकीन है और अल्लाह हर बात सुनता और सब कुछ जानता है --अल-क़ुरआन सूरत अलतोबा:१० जबकि फरमान-ए-नबवी सल्ल अल्लाह अलैहि वसल्लम है: जब तुम
अल करक-देवबन्दी
जिसे ख़ुलफ़ा-ए-राशिदीन (अबु बकर अस-सिद्दीक़, उमर इब्न अल-ख़त्ताब, उस्मान इब्न अफ़्फ़ान और अली इब्न अबू तालिब), सहाबा-ए-कराम, ताबेईन ने अपनाया तथा प्रचार-प्रसार
अल करक-कल्ब अली ख़ान वहादूर
हाजी नवाब कल्ब अली ख़ान बहादूर (1832 – 23 मार्च 1887) १८६५ से १८८७ तक रामपुर के नवाब थे। नवाब कल्बे अली खान अरबी और फारसी के विद्वान थे तथा उनके शासनकाल
अल करक-अस-साफ़्फ़ा
होता है वे स्थितियाँ उसी कालखण्ड की हैं। इस्लाम के विद्वान मौलाना सैयद अबुल आला मौदूदी लिखते हैं कि इसका विषय है मुसलमानों को ईमान में विशुद्धता को अंगीकार
अल करक-पुदीना पुलाव
टी स्पून जीरा ▢1 तेजपत्ता ▢10 काजू ▢1 प्याज, कटा हुआ ▢1 टमाटर, कटा हुआ ▢½ आलू, छोटे क्यूब के आकार में कटा हुआ ▢½ शिमला मिर्च, कटी हुआ ▢½ गाजर, कटी हुई
अल करक-कायस्थ
अपने वंश को आगे बढ़ाया। इनमें नागसेन के 28 अल, गयासेन के 35 अल, गयादत्त 85 अल, रतनमूल के 25 अल तथा देवधर के 12 अल हैं। कालाम्तर में ये पंजाब में जाकर बसे
अल करक-ओसामा बिन लादेन
ओसामा बिन लादेन (१० मार्च १९५७ - २ मई २०११) अल कायदा नामक आतंकी संगठन का प्रमुख था। यह संगठन ११ सितंबर २००१ को अमरीका के न्यूयार्क शहर के वर्ल्ड ट्रेड
अल करक-हिजाज़
में मक्का के शरीफ हुसेन इब्न अली ने तुर्कों को हराकर स्वतंत्र हेजौज की घोषणा की। १९२४ ई. में हुसेन इब्न अली को पराजित करके इब्न सऊद ने इस क्षेत्र को मिलाकर
अल करक-११ मई
थे। 2002 - आबिदा सुल्तान क्रिकेटर इफ्तिखार अली खान पटौदी साजिदा से शादी करके उनके जीजा थे और क्रिकेटर मंसूर अली खान पटौदी उनके भतीजे थे। 912 – बाईजेंटाइन
अल करक-ईमान (अवधारणा)
पर विश्वास रखना। यौम अल-क़ियामा या पुनर्जीवन के दिन पर विश्वास रखना। विश्वास ( इमान ) आम तौर पर विश्वास के छह लेखों का उपयोग करके उल्लिखित है: इनमें से
अल करक-ज़कात
ज़कात (अरबी: زكاة zakāt, "पाक या शुद्धी करने वाला", और ज़कात अल-माल زكاة ألمال, "सम्पत्ती पर ज़कात ", या "ज़काह") इस्लाम में एक प्रकार का "दान देना" है
अल करक-धूम 2
दीक्षित और अली की भूमिका में है और एक चोर मिस्टर ए (ऋतिक रोशन) को पकड़ने की कोशिश करते हैं जों कई बेशकीमती वस्तुएँ अत्याधुनिक तकनीकों का उपयोग करके चुराता
अल करक-अल-फ़ातिर
भी वह भाग जिसमें विरोध पर्याप्त रूप से उग्र हो चुका था। मौलाना सैयद अबुल आला मौदूदी लिखते हैं कि वाणी का उद्देश्य यह है कि नबी (सल्ल.) के एकेश्वरवादी
अल करक-ईद उल-फ़ित्र
मज़हबी ख़ुशी का त्यौहार मनाते हैं। जिसे ईद उल-फ़ित्र कहा जाता है। ये यक्म शवाल अल-मुकर्रम्म को मनाया जाता है। ईद उल-फ़ित्र इस्लामी कैलेण्डर के दसवें महीने शव्वाल
अल करक-अली पाशा मुबारक
हुए और धीरे-धीरे उन्नति करके मंत्री के पद पर पहुँचे। १८४४ ई. में फ्रांस गए और मेट्ज के तोपखाने के स्कूल में शिक्षा ग्रहण की। अली पाशा मुबारक ने मिस्र सरकार
अल करक-इस्लाम में अल्लाह के नाम
क़ो पढ़ेगा वो आत्मनिर्भर होगा! अल-मो'हय्मिन (बचाने वाला) जो इस नाम क़ो वुज़ू करके पढ़ेगा तो उसकी अंतर-आत्मा चमकदार होगी! अल-मोहसियो (धैर्य वाला) जो इस नाम
अल करक-मुहम्मद (सूरा)
थे और चारों ओर से अरब निवासियों ने आर्थिक बहिष्कार करके उसकी कमर तोड़ रखी थी। मौलाना सैयद अबुल आला मौदूदी लिखते हैं कि इसका विषय ईमानवालों को युद्ध के
अल करक-मंसूर अली खान
मुंबई में अभिनय का अध्ययन किया। मंसूर अली खान ने अपने करियर की शुरुआत में बटाली पीपुल्स पार्टी (पीएमके) का समर्थन करके राजनीति में प्रवेश किया। तमिलनाडु में
अल करक-२०१२
क्रोस -चौथाई दिन मई 27 - शावुओट - यहूदी धर्म जून 17 - लैलात अल मिराज - इस्लाम धर्म जून 20 - कर्क संक्रांति, जिसे मिडसमर के रूप में भी जानते है। जुलाई 20 -
अल करक-ज़ुहा
चमकना। यहां सूरज चमकने से सम्बन्ध है। जुहा को चाश्त की नमाज़ के साथ साथ सलात अल दुहा, इशराक की नमाज़ और नमाज़ अवाबीन के नाम से भी पुकारा जाता है। जुहा नमाज़
अल करक-मोइनुद्दीन चिश्ती
हाज़िरी देने आते हैं। हसन अल बस्री अब्दुल वाहिद बिन ज़ैद फ़ुदैल बिन ल्याद इब्राहीम बिन अदहम हुदैफ़ा अल-मराशी अमीनुद्दीन अबू हुबैरा अल बस्री मुम्शाद दिन्वारी
अल करक-आलू के चिप्स
जाते थे। शुरूआती आलू चिप के बैग मोमिया कागज (वैक्स पेपर) के दोनों सिरों को आयरन से प्रेस करके या स्टेपल करके बनाये जाते थे। प्रारंभ में आलू के चिप्स पीपों
अल करक-१८७२
ग्रेगोरी कैलंडर का एक अधिवर्ष है। 8 फरवरी- अंडमान जेल में शेर अली ने गवर्नर पर हमला करके शहादत प्राप्त की। 15 अगस्त - श्री अरविंद, भारतीय तत्त्वज्ञानी
अल करक-भारत के प्रस्तावित राज्य तथा क्षेत्र
नए राज्यों की घोषणा करके, किसी मौजूदा राज्य से एक क्षेत्र को अलग करके, या दो या दो से अधिक राज्यों या उसके हिस्सों में विलय करके ऐसा कर सकती है। मौजूदा
अल करक-८ फ़रवरी
और 326 दिन बाकी है (लीप वर्ष मे 327)। 1872- अंडमान जेल में शेर अली ने गवर्नर पर हमला करके शहादत प्राप्त की। 1923- कंट्री पार्टी द्वारा नेशनलिस्ट पार्टी
अल करक-आलू मटर
ईट (तुरन्त खाये जाने वाले) पैकिंग में भी आलू मटर की भाजी व्यावसायिक रूप से उपलब्ध मिलती है, जिसे केवल घर्म करके परोसने की आवश्यकता होती है। इसे डोसा के
अल करक-किस्वह
शहर [[मक्का]] में स्थित काबा गृह पर उढ़ाया गया गिलाफ़ है. इस को हर वर्ष जू अल हज्जा, के दिन उढ़ाया जाता है, उस दिन जिस दिन हज यात्री अरफात के मैदान में
अल करक-ग़ाफ़िर
सूरा ग़ाफ़िर या अल्-मोमिन (इंग्लिश: Ghafir) इस्लाम के पवित्र ग्रन्थ कुरआन का 40 वां सूरा या अध्याय है। इसमें 85 आयतें हैं। सूरा अल्- मोमिन या सूरा ग़ाफ़िर
अल करक-केसिया अली
केसिया अली (जन्म:1982) (अंग्रेज़ी:Kecia Ali) अमेरिकी इस्लामी विद्वान हैं। जो इस्लामी न्यायशास्त्र ( फ़िक़्ह )और प्रारंभिक और आधुनिक इस्लाम में महिलाओं
अल करक-साजिद-वाजिद
साजिद अली और वाजिद अली दोनों संगीतकार और संगीत निर्देशक हैं। यह साजिद-वाजिद नाम से प्रशिद्ध हैं। यह कई फिल्मों के गाने गाये हैं, लिख चुके है और निर्देशित
अल करक-अबू धाबी
दूसरा सर्वाधिक जनसंख्या वाला नगर भी है। अबू धाबी का शासन खलिफा बिन जायेद अल नहयान करते हैं जो यूएई के राष्ट्रपति भी हैंjj। अबू धाबी (अमेरिका /ˈɑːbuː ˈdɑːbi
अल करक-रेशमी पत्र आन्दोलन
द्वारा साजिश को उजागर किया गया था, फिर फारस में एक अन्य मौलवी नेता महमूद अल-हसन तक। पत्र रेशम के कपड़े में लिखे गए थे, इसलिए इस आंदोलन का नाम रेशमी पत्र
अल करक-मुअज़्ज़िन
है, तो मुअज़्ज़िन को किबले की तरफ मुंह करके अज़ान देनी पड़ती है, यानी मक्का में काबा की दिशा की तरफ मुंह करके अज़ान देनी पड़ती है। मुअज़्ज़िन की अज़ान
अल करक-मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान
मोहम्मद बिन ज़ायेद बिन सुल्तान अल-नाह्यान (Mohamed bin Zayed bin Sultan Al-Nahyan) (अरबी: محمد بن زايد بن شيطان آل نهيان; जन्म 11 मार्च, 1961), अबू धाबी
अल करक-दज्जाल
को चंगा किया, और अल्लाह की अनुमति से मृतकों को जीवित किया। झूठा मसीहा (अल-मसीह अल-दज्जाल; अरबी: المسيح الدجّال) झूठा है जो लोगों को गुमराह करता है, गुमराह
अल करक-ख़्वाजा फ़रीदुद्दीन अत्तार
जिसे मक़ामात अल-तयूर (مقامات الطیور) के नाम से भी जाना जाता है मुसीबत नामा (مصیبتنامه) इलाही-नामा (الهینامه) जवाहिर-नामा (جواهرنامه) शरह अल-क़ल्ब (شرح
अल करक-क़ुरआन की आलोचना
इसकी ऐतिहासिक, साहित्यिक, समाजवैज्ञानिक और धर्मशास्त्रीय दृष्टि से अध्ययन करके आलोचना करते हैं तो दूसरी तरफ आलोचना करने वालों में ईसाई मिशनरियाँ और अन्य
अल करक-नज्द
राजधानी हाइल है आधुनिक साउदी अरब में नज्द को पुनर्संगठित करके तीन प्रान्तों में बांटा गया है: हाइल, अल-क़स्सीम और रियाध। इन तीन प्रान्तों में सामिलित नज्द
अल करक-ख़ैबर पख़्तूनख़्वा
हैं। अबटाबाद बन्नू बतगरम बुनेर चारसद्दा चिटरेल डेरा इस्माइल खान हंगू हरिपुर करक कोहट कोहिस्तान लक्की मरवट दीर निचला मलकंद मनशेरां मरदान नौशेरां पेशावर शांगला
अल करक-ग़ज़वा ए ज़ुल उशैरा
लौट आए। मुहम्मद जुमादा अल-उला और जुमादा अल-अखिरह की कुछ रातों के लिए अल-उशायरा में रहे। इस अभियान की प्रक्रिया में, मुहम्मद ने अल-उशायरा के आसपास रहने वाली
अल करक-भारत की अन्तरिम सरकार
कश्मीर और उत्तर-पश्चिम सीमा प्रांत। देवबंदी मौलाना उबैद अल्लाह सिंधी और महमूद अल हसन (दारुल उलूम देवबंद के सिद्धांत) के नेतृत्व में एक अन्य समूह अक्टूबर 1915
अल करक-अन-नाज़िआत
तुम अपने आपको जीवित उपस्थित पाओ। फिर हज़रत मूसा (अलै.) और फ़िरऔन का क़िस्सा संक्षिप्त रूप से वर्णित करके लोगों को सावधान किया गया है कि रसूल को झुठलाने
अल करक-इब्न-बतूता
हुई। इब्न बत्तूता के भ्रमणवृत्तांत को "तुहफ़तअल नज्ज़ार फ़ी गरायब अल अमसार व अजायब अल अफ़सार" का नाम दिया गया। इसकी एक प्रति पेरिस के राष्ट्रीय पुस्तकालय
अल करक-रबी की फ़सल
चाव से खाते हैं। मड़ाई करने के बाद हाथ से ओसाई करके भूसा व अनाज अलग करते हैं।[1] जौ चना मसूर सरसों मटर तारामीरा आलू रबी की फसल खरीफ की फसल ज़ायद की फसल
अल करक-फारूकी
संख्या भारत में अधिक है इन लोगों ने विश्व भर में नाम कमाया है। ^ अल-फ़ारूक़: द लाइफ़ ऑफ़ उमर अल-कबीर इन ग्रंथ सूची संग्रहीत 10 जुलाई 2018 को वेबैक मशीन रशीदुन
अल करक-एजाज़ अल क़ुरआन
न ला सकेंगे, चाहे वे आपस में एक-दूसरे के सहायक ही क्यों न हों।" (क़ुरआन, अल-इस्रा 17:88) " या वे कहते है कि "उसने इसे स्वयं घड़ लिया है?" कह दो, "अच्छा
अल करक-सीरियाई गृहयुद्ध
में चल रहे वर्तमान संकट को कहा जाता है। यह विरोध सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद के नेतृत्व वाले सीरियाई अरब गणतंत्र (कुछ देशी और विदेशीय सहयोगियों के
अल करक-अबू नूरदीन रुस्तमोव
चैटायो के आईएसआईएस नेता अबू बक्र अल-बगदादी से करीबी संबंध हैं। 2018 की गर्मियों में, उसने नकली पासपोर्ट का उपयोग करके अवैध रूप से तुर्की में प्रवेश किया।
अल करक-साद (सूरा)
नतमस्तक दिखाई दोगे। फिर निरन्तर नौ पैग़म्बरों का उल्लेख करके , जिनमें हज़रत दाऊद (अलै.) और सुलैमान (अलै.) का वृत्तान्त अत्यन् विस्तृत है। अल्लाह ने यह बात
अल करक-हम तुम
भूमिकाओं को सैफ अली खान और रानी मुखर्जी द्वारा निभाया गया है। जारी होने पर फिल्म सफल रही थी और इसने कई पुरस्कार जीते थे। करन (सैफ अली खान) एक कार्टूनिस्ट
अल करक-फराह यूसफ
सीरियाई श्रृंखला के थीम गीत, "विलदा मीना अल ख़ाससीरा" को करने का मौका था। 2012 में उसने दो श्रृंखला, "बेट आमेर" और "अल अमेमी" के लिए थीम गीत का प्रदर्शन किया।
अल करक-द मुस्लिम 100
सूचीबद्ध किया, 'आयशा बिन्त अबू बक्र, खदीजा बिन्त खुवैलिद, फातिमा और राबिया अल-अदविया अल-क़ैसिया . 100: इतिहास में सबसे प्रभावशाली व्यक्तियों की रैंकिंग "The
अल करक-हम्द
बिस्मिल्लाह के बाद कुरआन के पहले अध्याय के पहले श्लोक को स्थापित करता है - अल-फ़ातिहा (उद्घाटन)। 'हमद' आमतौर पर अरबी, फारसी, तुर्की, बंगाली, पंजाबी या उर्दू
अल करक-अलादीन - नाम तो सुना होगा
से उसे तोते में बदल दिया। अली बगदाद आता है और अली के रूप में अपनी पहचान साबित करने के बाद यासमीन का इलाज करता है। अलादीन, अली के रूप में और उसकी जीन की
अल करक-बनी खालिद
(अरबी: بني خالد) या अल-खल्दी परिवार, एक अरब जनजातीय संघ है। इस जनजाति ने 15 वीं शताब्दी से 18 वीं तक इराक और पूर्वी सऊदी अरब (अल-हासा और अल-कतिफ) के दक्षिणी
अल करक-मामलुक साम्राज्य
इनको ग़िलमान (अरबी में ग़ुलाम शब्द का बहुवचन) या मामलुक कहते थे। ख़लीफ़ा अल मुतसिम (833-42) ने इनकी क्षमता को देखकर इनको बहुत सराहा और सुविधाएँ दीं जिनका
अल करक-हिंद नवाफल
क्षेत्र में। हिंद नवाफ़ल का जन्म तटीय सीरिया में हुआ था। उनकी माँ, मरियम अल-नाहस नवाफ पिता, नसीम से शादी करने से पहले बेरुत में नागरिक अशांति और आर्थिक
अल करक-खदीजा बिन्त खुवायलद
ख़दीजह या ख़दीजा-बिन्त-खुवायलद (अरबी: خديجة بنت خويلد) या ख़दीजा-अल-कुब्र (स.५५५ या ५६७-६२० इसवी) इस्लामी पैगंबर मुहम्मद की पहली पत्नी थी। इन्हें भी उम्मुल
अल करक-पुराना यरुशलम शहर
पुराना शहर (इब्रानी: העיר העתיקה, हा'लर हा'अतिकाह, अरबी: البلدة القديمة, अल-बलद अल-कदीम) वर्तमान यरुशलम के अंतर्गत एक 0.9 वर्ग किलीमीटर दीवारों से घिरा क्षेत्र
अल करक-हसनल बोल्कियाह
यांग-दी पेरतुआन हैं। वह ब्रुनेई के प्रथम तथा पदस्थ प्रधानमंत्री भी हैं। उमर अली सैफ़ुद्दीन तृतीय तथा राजा इस्तेरी (रानी) पेंगिरन अनक दमित के सबसे बड़े पुत्र
अल करक-लोदी वंश
पड़ोसी क्षेत्र पर चढ़ाई करके लूटपाट करते रहते थे। उनके उच्छृंखल तथा लड़ाकू स्वभाव ने महमूद गजनवी का ध्यान अपनी ओर आकृष्ट किया और अल-उत्बी के अनुसार उसने
अल करक-अन-नम्ल
सूरा 26 (शुअरा) अवतरित हुई , फिर सूरा 27 (अन-नम्ल), फिर 28 (अल-क़सस)।" मौलाना सैयद अबुल आला मौदूदी इस सूरा के विषय में लिखते हैं कि यह सूरा दो अभिभाषणों
अल करक-अत-तूर
(सीनाई पर्वत) विशेष के लिए आया है जिसपर इस्लामी मान्यतानुसार हज़रत मूसा (अलै.) को पैग़म्बरी प्रदान की गई थी। मक्की सूरा अर्थात् पैग़म्बर मुहम्मद के मक्का
अल करक-अद-दुख़ान
निवास के समय हिजरत से पहले अवतरित हुई। इस्लाम के विद्वान मौलाना सैयद अबुल आला मौदूदी लिखते हैं कि सूरा की विषय-वस्तुओं के आन्तरिक साक्ष्य से पता चलता है
अल करक-इब्न अरबी
मोहम्मद इब्न अली इब्न मोहम्मद इब्न अल-अरबी अल-हातिमी अल-ताई अल-आंदालूसी अल-मूशी अल-दिमश्की; ११६५-१२४०), जिन्हें अल-कुशैरी और सुल्तान अल-अरीफ़िन के नाम
अल करक-सऊदी स्थापना दिवस
अब्दुल्ला अल-सऊद ने दिरियाह और रियाद को वापस ले लिया और उस्मानिया सल्तनत मिस्र की सेना को नजद से बाहर निकालकर और दूसरे सऊदी राज्य की स्थापना करके सऊदी शासन
अल करक-मुक्तेश्वर
हैं। ये जगह मुक्तेश्वर मंदिर के साथ ही है। यहां भी पहाड़ की थोड़ी-सी चढ़ाई करके पहुंचा जा सकता है। ऐसा विश्वास है कि यहां देवी और राक्षस के बीच युद्ध हुआ
अल करक-अत-तग़ाबुन
का और कुछ मदनी सूरतों का पाया जाता है। इस्लाम के विद्वान मौलाना सैयद अबुल आला मौदूदी लिखते हैं कि इस सूरा का विषय ईमान और आज्ञापालन का आमंत्रण और सदाचार
अल करक-बिस्मिल्लाह
जो कि एकत्व के प्रतीक रूप को ज़ाहिर करता है। क़ुरान की तफ़सीर करते हुवे अल-तबरी लिखते हैं।: अल्लाह के प्रेषित (मुहम्मद) कहते हैं कि ईसा की मां मरियम
अल करक-सुलह हुदैबिया
com (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 2022-04-27. सूरा अल-फ़तह # ऐतिहासिक पृष्ठभूमि, मौलाना सैयद अबुल आला मौदूदी https://hi.wikipedia.org/s/i17w "The Event
अल करक-ज़िक्र
को याद रखने के महत्व पर जोर देते हैं। यह ज़िक्र के लिए आधार है। सूरा 18 (अल-कहफ़), आयत 24 में एक व्यक्ति कहता है जो "अल्लाह की इच्छा" कहना भूल जाता है
अल करक-मदन कर्की
हनिये, कडै कडै, कूताऴि कूताऴि, पाडिये पाडिये, पञ चोङ टमाल टुमील चगा चगा आल ओरे आल वायै मूडि पेसवुम माड़ पड़वै, उडैक्किड़ेन मान कराटे माञा वालु इङय पिङि
अल करक-मसूद अज़हर
हरकत-उल-जिहाद-अल-इस्लामी और अह्रकत-उल-मुजाहिद्दीन के बीच खराब होते रिश्तों को सुधारने श्रीनगर आया। भारत ने उसे फरवरी में गिरफ़्तार करके उसकी आतंकी गतिविधियों
अल करक-तरीक़ा
पर जवायास की स्थापना की और यहां तक कि अल-मुराबितून या अल्मोराविद जैसे स्वतंत्र साम्राज्यों की स्थापना की। अल हाकाका मिज़ान मिजाानी सूफी आदेश भारी आंतरिककरण
अल करक-बिहारी खाना
प्रसिद्ध "झाल मुरी" (अंकुरित चना, भुना चावल, चूड़ा, मूढ़ी और बारीक कटे हुए आलू, मिर्च, नारियल और निम्बू और नमक का छिड़काव किया हुआ ) एक मशहूर नाश्ता है।
अल करक-अफ्रीका में अरब विकास वैंक
वैंक; Arab Bank for Economic Development in Africa: (अरबी: अल वैंक अल अरबी लिल ततावुर अल-इक्तसदी फी अफ्रीक्रिया) विकास परियोजनाओं को वित्तीय तथा तकनीकी
अल करक-फलित ज्योतिष
फल अशुभ होता है। पाश्चात्य प्रणाली में (1) मेष, (2) वृष, (3) मिथुन, (4) कर्क, (5) सिंह, (6) कन्या, (7) तुला, (8) वृश्चिक, (9) धनु, (10) मकर, (11) कुंभ
अल करक-कान
सुनते / बोलते हैं? कान की मशीन की कीमत Archived 2023-06-13 at the वेबैक मशीन अली यावर जंग राष्ट्रीय श्रवण विकलांग संस्थान (भारत) सामान्यत: पूछें जानेवाले
अल करक-पटियाला घराना
अली खां ने की । पटियााला घराने के संस्थापक के रूप में विभिन्न मत हमें प्राप्त होते हैं। भगवत शर्ण शर्मा अनुसार, ‘‘इस घराने के संस्थापक के रूप में अली-बक्श
अल करक-जॉर्डन में धर्म की स्वतंत्रता
और करक, दोनों अम्मान के दक्षिण में भी महत्वपूर्ण ईसाई आबादी है। अज़राक़ शहर के उत्तरी हिस्से में एक बड़े पैमाने पर ड्रूज़ आबादी है, जैसा कि उम्म अल-जमाल
अल करक-ता हा
पैदा करके दिखाओ। यह तो बस एक नसीहत और याददिहानी है ताकि जिसके दिल में ईश्वर का भय हो वह सुनकर सीधा हो जाए। " इस भूमिका के पश्चात् सहसा हज़रत मूसा (अलै) का
अल करक-खंदक़ की लड़ाई
(अरबी: غزوة الخندق , अनुवाद। गजवत अल-खांडक ) को कन्फेडरेट्स की लड़ाई भी कहा जाता है ( अरबी : غزوة الاحزاب , अनुवाद। गजवत अल-अहज़ाब ), 30 दिनों की घेराबंदी
अल करक-क़ाफ़ (सूरा)
के परिचय-सम्बन्धी लेख में आ चुकी हैं। इस्लाम के विद्वान मौलाना सैयद अबुल आला मौदूदी लिखते हैं कि विश्वस्त उल्लेखों से मालूम होता है कि अल्लाह के रसूल
अल करक-11 सितम्बर 2001 के हमले
सितम्बर 2001 को संयुक्त राज्य अमेरिका पर अल-क़ायदा द्वारा समन्वित आत्मघाती हमलों की एक श्रंखला थी। उस दिन सबेरे, 19 अल कायदा आतंकवादियों ने चार वाणिज्यिक यात्री
अल करक-गणगौर
चढ़ाने का विशेष प्रावधान है। चन्दन, अक्षत, धूपबत्ती, दीप, नैवेद्य से पूजन करके भोग लगाया जाता है। गण (शिव) तथा गौर (पार्वती) के इस पर्व में कुँवारी लड़कियाँ
अल करक-वहाबी युद्ध
हैं) और गोलीबारी करके मार डाला गया । अन्य उलेमा जैसे अब्द अल्लाह इब्न मुहम्मद आल अल-शेख और उनके भतीजे अब्द अल रहमान इब्न हसन आल अल-शेख को मिस्र में निर्वासित
अल करक-नियोग
बुखारी : हदीस 2639) अर्थ : आयशा ने फ़रमाया: रिफा अल-कुराज़ी की पत्नी रसूल (ﷺ) के पास आई और कहा, "मैं रिफा अल-कुराज़ी की पत्नी थी, पर मेरे शौहर ने मुझे तलाक
अल करक-टीपू सुल्तान
टीपू सुल्तान (सुल्तान फतेह अली साहब टीपू; 1 दिसंबर 1751 - 4 मई 1799), जिन्हें आमतौर पर शेर-ए-मैसूर या "मैसूर का शेर" कहा जाता है। दक्षिण में स्थित मैसूर
अल करक-अस-साफ़्फ़ात
अवतरित हुई है। (जब विरोध पूर्णतः उग्र रूप धारण कर चुका था।) मौलाना सैयद अबुल आला मौदूदी लिखते हैं कि उस समय नबी (सल्ल.) के एकेश्वरवाद और परलोकवाद के आह्वान
अल करक-पानी पूरी
सबसे लोकप्रिय माना जाता है| पानी पूरी को और भी स्वादिष्ट बनाने के लिए इसमें आलू, कान्दा, मिर्ची, मटर से बने हुए चोखे Archived 2020-10-30 at the वेबैक मशीनको
अल करक-हिन्दुधर्म-इस्लाम संपर्क
37:75-82, अल-बिदया वा अल-निहाया, इब्न कथिर, 1/111-114), और उस समय की ज़मीनें करीब थीं, और समुद्र दूर दूर थे, और ऐसा कहा जाता है कि सिंध और अल-हिंद तौकीर
अल करक-इमामबाड़े
उनके तीसरे इमाम हुसैन इब्ने अली की शहादत को याद करने और उसका दुःख मनाने हेतु बनाया जाता है ! इमामबारगाह में हुसैन इब्ने अली की शहादत से संबंधित प्रतीकात्मक
अल करक-इस्लामी जम्हूरी इत्तेहाद
लिए बनाया गया था। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के पूर्व प्रधानमंत्री जुल्फिकार अली भुट्टो की पुत्री बेनज़ीर भुट्टो की पाकिस्तान वापसी से मजबूत बनाया था और सार्वजनिक
अल करक-बल्ख़
अरब इतिहासकार अल-मक्रीज़ी ने दर्ज किया था, जिसने लिखा था कि समुदाय को अश्शूर राजा सन्हेरीब द्वारा यहूदियों के बाल्क में स्थानांतरित करके स्थापित किया गया
अल करक-अल-मुनाफ़िक़ून
सूरा अल-मुनाफ़िक़ून (इंग्लिश: Al-Munafiqun) इस्लाम के अपवित्र ग्रन्थ कुरआन का 63 वां सूरा (अध्याय) है। इसमें 11 आयतें हैं। इस सूरा के अरबी भाषा के नाम
अल करक-अल-हष्र
सूरा अल-हश्र (इंग्लिश: Al-Hashr) इस्लाम के अपवित्र ग्रन्थ कुरआन का 59 वां सूरा (अध्याय) है। इसमें 24 आयतें हैं। इस सूरा के अरबी भाषा के नाम को क़ुरआन के
अल करक-मुहाजिरीन
भी कहा जाने लगा। मदीना के मूल निवासियों को जिन्होंने इनकी सहायता की उन्हें अल-अंसार कहा गया। अल्ला बहुत बड़ा है अल्ला हम सब को इल्मे दीन शिखने की तौफ़ीक़
अल करक-ओसामा बिन लादेन
ओसामा बिन लादेन आतंकवादी था और(१० मार्च १९५७ - २ मई २०११) अल कायदा नामक आतंकी संगठन का प्रमुख था। यह संगठन ११ सितंबर २००१ को अमरीका के न्यूयार्क शहर के