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के शहरों चाको प्रांत:
चाको प्रांत
चाको प्रांत-चाको
चाको, अर्जेन्टीना का एक प्रान्त है। इसकी राजधानी रेसिस्टेन्सिअ नगर है। "República Argentina por provincia o jurisdicción. Densidad de población. Año 2010"
चाको प्रांत-रियो नेग्रो
(उरुग्वे) - (Río Negro), tributary of the Uruguay River रियो नेग्रो नदी (चाको प्रान्त) - (Río Negro), in Argentina, tributary of the Paraná River रियो नेग्रो
चाको प्रांत-यूटीसी-०२:००
आदि। जॉर्जिया (यूके) अर्जेंटीना - ब्यूनस आयर्स, ब्यूनस आयर्स प्रांत, चाको, कोर्डोबा प्रांत, कोरिएन्तेस, एन्ट्रे रिओस, फ़ॉर्मोसा, मिसिओन्स, संता फे, सैंटिआगो
चाको प्रांत-पैराग्वे
क्षेत्रफल खो बैठा। 1930 के दशक में यह बोलीविया के खिलाफ चाको युद्धों लड़ा जहां वह विजयी रहा। पैराग्वे चाको क्षेत्र में अपना अधिकार को फिर से स्थापित करने में
चाको प्रांत-चाक बाँकोला
चाक बाँकोला (Chak Bankola) भारत के पश्चिम बंगाल राज्य के पश्चिम बर्धमान ज़िले में स्थित एक शहर है। पश्चिम बर्धमान ज़िला "Lonely Planet West Bengal: Chapter
चाको प्रांत-बोलिविया
में, बोलीविया के एकड़ प्रांत का एक टुकड़ा, जो रबर से समृद्ध था, ब्राजील को सौंप दिया गया; और 1938 में, पैराग्वे के हाथों चाको युद्ध (1932-1935) को खोने
चाको प्रांत-खुदीराम बोस
किंग्जफोर्ड को ही मारने का निश्चय हुआ। इस कार्य हेतु खुदीराम तथा प्रफुल्लकुमार चाकी का चयन किया गया। खुदीराम को एक बम और पिस्तौल दी गयी। प्रफुल्लकुमार को भी
चाको प्रांत-किंग्सफोर्ड
डगलस हाँलिन्सहेड किंग्सफोर्ड (जून 1871 — 12 नवंबर 1951, कैलगरी, अल्बर्टा प्रांत, कनाडा) कोलकाता के चीफ प्रेसिडेंसी मजिस्ट्रेट थे। क्रांतिकारियों को अपमानित
चाको प्रांत-बंगाल का विभाजन (1947)
रैडक्लिफ लाइन के आधार पर ब्रिटिश भारतीय प्रांत बंगाल को विभाजित करता था। मुख्य रूप से हिंदू पश्चिम बंगाल भारत का एक प्रांत बन गया, और मुख्य रूप से मुस्लिम पूर्वी
चाको प्रांत-समोसा
लोग इसे बेक करके खाना पसंद करते हैं। भारत विभिन्नताओं का देश है, सो हर प्रांत में समोसे के साथ वहाँ की खूबियाँ भी जुड़ती जाती हैं। उत्तरप्रदेश व बिहार
चाको प्रांत-मुर्शिद कुली खां
अपने बेटे को प्रांत के सूबेदार के रूप में फिर से नियुक्त किया और कुली खान को अपना डिप्टी बनाया। अजीम-उस-शान ने अपने पिता को कुली खान को प्रांत से बाहर फेंकने
चाको प्रांत-जुलियस सीसर
नियंत्रण से परे थे। पांपे को स्पेन के दो प्रांतों का गवर्नर नियुक्त किया गया, क्रेसस को पूर्वी सीमांत प्रांत सीरिया का गवर्नर बनाया गया। गॉल सीज़र के
चाको प्रांत-बंगाल का विभाजन (1905)
राज्यपाल के सिपुर्द हो या बँगला भाषियों को अलग करके एक प्रान्त बनाया जाए। उन दिनों बंगाल प्रांत में बिहार और उड़ीसा भी शामिल थे। पर ब्रिटिश सरकार ने न
चाको प्रांत-२०१०
ध्वजवाहक एमवी प्रमोनी नामक रसायनिक जलपोत का अपहरण कर लिया। चीन के शांगझी प्रांत स्थित पटाखा फ़ैक्टरी झिंगपिंग फ़ायर क्रैकर्स कंपनी लिमिटेड में हुए विस्फ़ोट
चाको प्रांत-फ़ैज़ाबाद, बदख़्शान
हैं जहाँ पर कपास, कपड़े, नमक, शक्कर, इंडिगो (नील) और धातु के बने छुरी, चाक़ू, कैंची, चम्मच, वग़ैराह का व्यापार गरम रहता है। सन् १६८० तक यह शहर जौज़ गुन
चाको प्रांत-मिडलसेक्स
के ऐतिहासिक प्रान्तों (काउंटीज) में से एक और क्षेत्रफल की दृष्टि से वहां का दूसरा सबसे छोटा प्रान्त है। निचले भाग में अवस्थित इस प्रांत की दक्षिणी परिसीमा
चाको प्रांत-चक्रवर्ती राजगोपालाचारी
हुए काउन्सिलों के चुनावों में चक्रवर्ती के नेतृत्व में कांग्रेस ने मद्रास प्रांत में विजय प्राप्त की। उन्हें मद्रास का मुख्यमंत्री बनाया गया। 1939 में ब्रिटिश
चाको प्रांत-भारतीय स्वतन्त्रता आन्दोलन
अधिनियम ने पूरे भारत में विरोध प्रदर्शनों को जन्म दियाँ, विशेषकर पंजाब प्रांत में, जहां जलियांवाला बाग नरसंहार में उन्हें हिंसक रूप से दबा दिया गया। भारतीय
चाको प्रांत-बेडफ़र्डशायर
हर्टफोर्डशायर से बेडफोर्डशायर में स्थानांतरित कर दिया गया था। काउंटी का दक्षिणी छोर चाक रिज पर है जिसे चिल्टर्न हिल्स के नाम से जाना जाता है। शेष ग्रेट ओउस नदी और
चाको प्रांत-पूर्ण स्वराज
दिसम्बर 1929 को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का वार्षिक अधिवेशन तत्कालीन पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर में हुआ। इस ऐतिहासिक अधिवेशन में कांग्रेस के ‘पूर्ण स्वराज’
चाको प्रांत-सरोजिनी नायडू
नियुक्त कर दिया गया। वह विस्तार और जनसंख्या की दृष्टि से देश का सबसे बड़ा प्रांत था। उस पद को स्वीकार करते हुए उन्होंने कहा, 'मैं अपने को 'क़ैद कर दिये गये
चाको प्रांत-भारतीय मुस्लिम राष्ट्रवाद
सिंध, पंजाब के पश्चिम, बलूचिस्तान और उत्तर पश्चिम फ्रंटियर प्रांत के मुस्लिम बहुमत प्रांतों और पूर्व में पूर्व में बंगाल के साथ बनाया गया था। सांप्रदायिक
चाको प्रांत-लाल कुर्ती आन्दोलन
लाल कुर्ती आन्दोलन भारत में पश्चिमोत्तर सीमान्त प्रान्त में ख़ान अब्दुल ग़फ़्फ़ार ख़ान द्वारा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के समर्थन में ख़ुदाई ख़िदमतगार
चाको प्रांत-बिहार का प्राचीन इतिहास
साम्राज्य को कब्जा करने , सौराष्ट्र में सुदर्शन झील निर्माण और सेल्युकस से चार प्रांत (गेडरोशिया , अराकोसिया, आरिया (हेरात), और परोपमिसादई) को जीतने के बाद बिन्दुसार
चाको प्रांत-किनमाए
किनमाए (Kinmai), जिसे निकोबारी में तोएत-चाक (Töt-chak) भी कहा जाता है, भारत के अण्डमान और निकोबार द्वीपसमूह केन्द्रशासित प्रदेश के निकोबार ज़िले के कार
चाको प्रांत-भारत का विभाजन
मुसलमानों के लिए एक अलग राज्य की माँग उठाई।[तथ्य वांछित] 1935 में सिंध प्रांत की विधान सभा ने भी यही मांग उठाई। इक़बाल और मौलाना मुहम्मद अली जौहर ने मुहम्मद
चाको प्रांत-भारत छोड़ो आन्दोलन
शुरू हो गया। यह हिंसा कलकत्ता से शुरू होकर ग्रामीण बंगाल, बिहार और संयुक्त प्रांत व पंजाब तक फ़ैल गई। कुछ स्थानों पर मुसलमानों को तो कुछ अन्य स्थानों पर हिंदुओं
चाको प्रांत-जीजाबाई
सिंदखेड़ नामक गाँव में हुआ था। यह स्थान वर्तमान में महाराष्ट्र के विदर्भ प्रांत में बुलढाणा जिले के मेहकर जनपद के अन्तर्गत आता है। उनके पिता का नाम लखुजी
चाको प्रांत-भारत के महाराज्यपाल
गया था। गवर्नर-जनरल की उपाधि उसके भारतीय ब्रिटिश प्रांत (पंजाब, बंगाल, बंबई, मद्रास, संयुक्त प्रांत, इत्यादि) और ब्रिटिष भारत, शब्द स्वतंत्रता पूर्व काल
चाको प्रांत-मगध महाजनपद
साम्राज्य को कब्जा करने , सौराष्ट्र में सुदर्शन झील निर्माण और सेल्युकस से चार प्रांत (गेडरोशिया , अराकोसिया, आरिया (हेरात), और परोपमिसादई) को जीतने के बाद बिन्दुसार
चाको प्रांत-कोलकाता ध्वज
और निचली पट्टी हरे रंग की थी। शीर्ष पट्टी पर ब्रिटिश-शासित भारत के आठ प्रांतों का प्रतिनिधित्व करते आठ आधे खिले हुए कमल के फूल थे और निचली पट्टी पर बाईं
चाको प्रांत-हिन्दुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन
किया। इस नये दल के गठन में पंजाब, संयुक्त प्रान्त आगरा व अवध, राजपूताना, बिहार एवं उडीसा आदि अनेक प्रान्तों के क्रान्तिकारी शामिल थे।. 8 व 9 सितम्बर 1928
चाको प्रांत-कुंभकारी
करने वाले को कुम्हार कहा जाता है और जिस स्थान पर इन्हें बनाया जाता है उसे चाक (पॉटर) कहते हैं। अमेरिकन सोसाइटी फॉर टेस्टिंग एंड मैटेरियल्स की परिभाषा के
चाको प्रांत-स्वराज पार्टी
पर और मद्रास में आधी सीटों पर सफलता मिली, लेकिन बाकी प्रांतों विशेषकर उत्तर प्रदेश, मध्य प्रांत और पंजाब में इसे भारी हार का सामना करना पड़ा। मुस्लिम
चाको प्रांत-१८५७ का प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम
को पीछे धकेलने में सक्षम थे, और उन्होंने हरियाणा, बिहार, मध्य प्रांत और संयुक्त प्रांत के कई महत्वपूर्ण शहरों पर कब्जा कर लिया । जब ब्रिटिश सैनिकों को
चाको प्रांत-भारतीय संविधान सभा
मुहम्मद सईद मसूदी (वर्तमान में केरल) पट्टम ताणु पिल्लै, आर शंकर, पी. टी. चाको, पानमपिली गोविन्द मेनन, एनी मस्करीन, पी. एस. नटराज पिल्लई, के ए मोहम्मद विनायक
चाको प्रांत-साइमन कमीशन
निम्नलिखित थे :- 1.भारत में एक संघ की स्थापना हो जिसमें ब्रिटिश भारतीय प्रांत और देशी रियासतें शामिल हों। 2.केन्द्र में उत्तरदायी शासन की व्यवस्था हो।
चाको प्रांत-मलप्पुरम
जाति की एक महिला पेड़ की डाली काट रही थी। जैसे ही उसने पहाड़ी की चट्टान से चाकू पर धार लगानी शुरू की तो चट्टान से रक्त निकलने लगा। यह खबर नगर में आग की तरह
चाको प्रांत-अर्जेण्टीना
पश्चिमी जर्मनी, नीदरलैंड, इटली, वेनेज्युला तथा फ्रांस से होता है। अर्जेन्टीना में 24 प्रान्त हैं - अर्जेन्टीना (विक्षनरी) अर्जेंटीना का आर्थिक इतिहास
चाको प्रांत-आन्ध्र प्रदेश
प्रदेश (तेलुगु: ఆంధ్ర ప్రదేశ్(pronunciation सहायता·सूचना, अनुवाद: आन्ध्र का प्रांत), संक्षिप्त आं.प्र., भारत के दक्षिण-पूर्वी तट पर स्थित राज्य है। क्षेत्र
चाको प्रांत-सुरेंद्रनाथ बैनर्जी
से भी जाने जाते हैं। सुरेन्द्रनाथ बैनर्जी का जन्म 10 नवम्बर 1848 बंगाल प्रांत के कोलकाता में, एक बंगाली ब्राह्मण परिवार में हुआ था। वह अपने पिता डॉ॰ दुर्गाचरण
चाको प्रांत-वीणा दास
लिए कारवास की सजा प्राप्त की। १९४६-४७ में बंगाल प्रान्त विधान सभा और १९४७ से १९५१ तक पश्चिम बंगाल प्रान्त विधान सभा की सदस्या रहीं। सन् १९४७ में उनका युगान्तर
चाको प्रांत-दीपावली
विशिष्ट पर्व है जो धार्मिक, सांस्कृतिक व सामाजिक विशिष्टता रखता है। हर प्रांत या क्षेत्र में दीपावली मनाने के कारण एवं तरीके अलग हैं पर सभी जगह कई पीढ़ियों
चाको प्रांत-कुचिसाके-ओना
पंखे या रूमाल से ढक लेती है। वह अपने साथ एक नुकीला उपकरण रखती है, जिसे एक चाकू, एक छुरी, एक कैंची या कैंची की एक बड़ी जोड़ी के रूप में वर्णित किया गया है।
चाको प्रांत-भारतीय स्वतंत्रता का क्रांतिकारी आन्दोलन
प्रोत्साहित किया जा रहा था। इसी बीच भारत के वाइसराय लॉर्ड कर्जन ने बंगाल प्रांत के विभाजन की घोषणा कर दी। इस घोषणा से सारा बंगाल भड़क उठा और गोपनीय क्रांतिकारी
चाको प्रांत-असहयोग आन्दोलन
नींव हिल गई। चौरी-चौरा काण्ड फ़रवरी 1922 में किसानों के एक समूह ने संयुक्त प्रांत के गोरखपुर जिले के चौरी चौरा में एक पुलिस थाने पर आक्रमण कर उसमें आग लगा
चाको प्रांत-रासबिहारी बोस
यतीन्द्रनाथ बनर्जी उर्फ निरालम्ब स्वामी के सम्पर्क में आने पर संयुक्त प्रान्त, (वर्तमान उत्तर प्रदेश) और पंजाब के प्रमुख आर्य समाजी क्रान्तिकारियों के
चाको प्रांत-जवाहरलाल नेहरू
ज़ोरों के साथ पार्टी के लिए राष्ट्रव्यापी अभियान चलाया। कांग्रेस ने लगभग हर प्रांत में सरकारों का गठन किया और केन्द्रीय असेंबली में सबसे ज्यादा सीटों पर जीत
चाको प्रांत-तात्या टोपे
जायेगा। नागपुर क्षेत्र में तात्या के पहुँचने से बम्बई प्रांत का गर्वनर एलफिन्सटन घबरा गया। मद्रास प्रांत में भी घबराहट फैली। तात्या अपनी सेना के साथ पचमढी
चाको प्रांत-प्लासी का पहला युद्ध
ही अंग्रेजों की आखें बंगाल पर लगी हुई थी। क्योंकि बंगाल एक उपजाऊ और धनी प्रांत था। अगर बंगाल पर कम्पनी का अधिकार हो जाता तो उसे अधिक से अधिक धन कमाने की
चाको प्रांत-दिल्ली षड्यंत्र मामला
जतीन्द्रनाथ बनर्जी उर्फ निरालम्ब स्वामी के सम्पर्क में आने पर संयुक्त प्रान्त, (वर्तमान उत्तर प्रदेश) और पंजाब के प्रमुख आर्य समाजी क्रान्तिकारियों के
चाको प्रांत-भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
कार्यवाहियों के लिये भारतीय भाषाओं का प्रयोग शुरू हुआ। काँग्रेस ने कई प्रान्तों में सामाजिक समस्याओं को हटाने के प्रयत्न किये जिनमें छुआछूत, पर्दाप्रथा
चाको प्रांत-मोना लीज़ा
पत्रिका में प्रकाशित लेख में सुश्री लिलीयन ने दावा किया कि 1518 में लाल चाक से बनें लिनार्डोविंची का आत्मचित्र व मोनालिसा के चित्र को जब उसने पास-पास
चाको प्रांत-देवरी
सुनो॥ अब औदे मो डरे। तोता समुदाय। औगना बीना गाडी नई ढडकत। औगना = गाडी के चाक मै डाला जाने वाला जला ऑयल। चित्त तुमाई , पट्ट तुमाई (तोता समुदाय) रोकत-रोकत
चाको प्रांत-मेघालय
अक्तूबर 1905 में लॉर्ड कर्ज़न द्वारा बंगाल के विभाजन होने पर मेघालय नवगठित प्रांत पूर्वी बंगाल एवं असम का भाग बना। हालाँकि इस विभाजन के 1912 में वापस पलट
चाको प्रांत-रॉलेट समिति
सदस्य (मद्रास उच्च न्यायालय के न्यायाधीश) वेर्नी लवेट - सदस्य (संयुक्त प्रांतों के लिए राजस्व बोर्ड के सदस्य) पीसी मिटर - सदस्य (बंगाल विधान परिषद के सदस्य)
चाको प्रांत-रॉबर्ट क्लाइव
प्रस्ताव भेजा कि यदि वह पचास लाख रूपए कंपनी को देना स्वीकार करे तो इलाहाबाद प्रांत को छोड़कर उसकी रियासत उसे वापस कर दी जाएगी। तदनुसार, इलाहाबाद मुगल बादशाह
चाको प्रांत-सोंक्रान (थाईलैंड)
एशिया में कई देशों में नए साल का जश्न मनाया जाता है, जैसे चीन (युन्नान प्रांत के दाई लोग), लाओस, म्यांमार, कंबोडिया, नेपाल, बांग्लादेश और श्रीलंका। थाईलैंड
चाको प्रांत-श्यामजी कृष्ण वर्मा
प्रमुख केन्द्र था। श्यामजी कृष्ण वर्मा का जन्म 4 अक्टूबर 1857 को गुजरात प्रान्त के माण्डवी कस्बे में श्रीकृष्ण वर्मा के यहाँ हुआ था। यह कस्बा अब मांडवी
चाको प्रांत-राम प्रसाद 'बिस्मिल'
जिनमें से अधिकतर सरकार द्वारा ज़ब्त कर ली गयीं। बिस्मिल को तत्कालीन संयुक्त प्रान्त आगरा व अवध की लखनऊ सेण्ट्रल जेल की 11 नम्बर बैरक में रखा गया था। इसी जेल
चाको प्रांत-भारत की अन्तरिम सरकार
योजना का प्रस्ताव दिया। ब्रिटिश हितों के खिलाफ कश्मीर और उत्तर-पश्चिम सीमा प्रांत। देवबंदी मौलाना उबैद अल्लाह सिंधी और महमूद अल हसन (दारुल उलूम देवबंद के
चाको प्रांत-ग्वालियर
पाये जाते है। हथरेटिया कुंभार चकरेटिया कुंभारों की भांति बर्तन बनाने के लिए चाक का प्रयोग नहीं करते, वे हाथों से ही, एक कूंढे की सहायता से मिटटी को बर्तनों
चाको प्रांत-टैंगो चार्ली (2005 फ़िल्म)
हुआ सही किया। इधर जल्द ही माइक अल्फा की टीम की नियुक्ति देश के पश्चिमी प्रांत गुजरात में होती है जहाँ हिन्दू-मुसलमान के बीच पनपी संप्रदायिक हिंसा की आग
चाको प्रांत-योशी शिरटोरी
शिरटोरी ( 白鳥 , शिराटोरी योशी , 31 जुलाई, 1907 - 24 फरवरी, 1979) आओमोरी प्रान्त में पैदा हुए एक जापानी नागरिक थे। शिरटोरी चार अलग-अलग बार जेल से भागने
चाको प्रांत-जलियाँवाला बाग हत्याकांड
जालियाँवाला बाग हत्याकांड भारत के पंजाब प्रान्त के अमृतसर में स्वर्ण मन्दिर के निकट जलियाँवाला बाग में १३ अप्रैल १९१९ (बैसाखी के दिन) हुआ था। रौलेट
चाको प्रांत-महात्मा गांधी
को मिले जब उन्हें अशांति फैलाने के लिए पुलिस ने गिरफ्तार किया और उन्हें प्रांत छोड़ने के लिए आदेश दिया गया। हजारों की तादाद में लोगों ने विरोध प्रदर्शन
चाको प्रांत-काशीपुर का इतिहास
१९४७ में स्वतंत्रता के बाद काशीपुर और नैनीताल जनपद के अन्य हिस्से संयुक्त प्रांत में ही मिले रहे, जिसका नाम बाद में उत्तर प्रदेश राज्य हो गया था। तब यह चतुर्थ
चाको प्रांत-चीनी मुद्रा
महत्वपूर्ण लेन-देन के लिए विशुद्ध निजी मुद्रा प्रणाली मौजूद थी। सुदूर दक्षिण प्रांत गुआंगडोंग में विदेशों से प्रवाहित होने वाली चांदी का मुद्रा के रूप में उपयोग
चाको प्रांत-पर्वत
अफ्रीका, वोसगेस और राइन घाटी, और पश्चिमी उत्तरी अमेरिका के बेसिन और रेंज प्रांत में देखा जा सकता है। ये क्षेत्र अक्सर तब होते हैं जब क्षेत्रीय तनाव विस्तृत
चाको प्रांत-राष्ट्र संघ
संघ सन 1932 में बोलीविया और पराग्वे के मध्य दक्षिणी अमेरिका के शुष्क ग्रान चाको क्षेत्र को लेकर हुए युद्ध को रोकने में नाकाम रहा। हालांकि इस क्षेत्र आबादी
चाको प्रांत-नागदा, उदयपुर
दुधारी, कटार, कुल्हाड़ी का मूँठ, चम्मच, चिमटी, कुल्हाड़ी, छल्ला, बाणाग्र, चाकू और हँसिया उल्लेखनीय हैं। नागदा और एरण के उत्खननों एवं अन्य स्थलों की खुदाई
चाको प्रांत-जूडो
मारने की तकनीकों (अतेमी-वाजा), जैसे - लात मारना और घूंसा मारना और साथ ही साथ चाकू और तलवार चलाने की तकनीकों को कायम रखा गया है। इस तरह का अध्यापन आम तौर पर
चाको प्रांत-गोलमेज सम्मेलन (भारत)
आधिकार पर हुए चुनावों में कांग्रेस को जबर्दस्त सफ़लता मिली। 11 में से 8 प्रांतों में कांग्रेस के प्रतिनिधि सत्ता में आए जो ब्रिटिश गवर्नर की देखरेख में
चाको प्रांत-स्वराज
होंगी। ग्राम पंचायतों के ऊपर मंडलों की, उनके ऊपर जिलों की तथा जिलों के ऊपर प्रान्तों की पंचायते होंगी। सबसे ऊपर सारे राष्ट्र के लिए केन्द्रीय (संघीय) पंचायत
चाको प्रांत-अमरेन्द्रनाथ चट्टोपाध्याय
एकत्र करने का दायित्व था। उनकी क्रान्तिकारी गतिबिधियाँ मुख्यतः बिहार, उड़ीसा और संयुक्त प्रान्त में केन्द्रित थीं। अनुशीलन समिति युगान्तर रासबिहारी बोस
चाको प्रांत-ख़िलाफ़त आन्दोलन
राष्ट्रव्यापी अभियान। कुछ लोग अमानुल्लाह खान के तहत उत्तर-पश्चिम सीमा प्रान्त से अफ़गानिस्तान तक एक विरोध प्रदर्शन में भी शामिल हुए। डॉ॰ अंसारी, मौलाना
चाको प्रांत-ईस्ट इण्डिया कम्पनी
और बोस्टन में चाय की अनलोडिंग को सफलतापूर्वक रोका, तो मैसाचुसेट्स खाड़ी प्रांत के गवर्नर थॉमस हचिंसन ने चाय को ब्रिटेन वापस करने की अनुमति देने से इनकार
चाको प्रांत-करौली जिला
जिसमें 50 व्यक्तियों को प्रतिदिन रोजगार मिलता है। इसका उपयोग भवन पुताई, चाक निर्माण, प्लास्टर ऑफ पेरिस निर्माण में लिया जाता है। यातायात की दृष्टि से
चाको प्रांत-नीदरलैण्ड का इतिहास
और दक्षिणी प्रांतों की एकता कायम न रह सकी। १५७८ में दक्षिणी प्रांत (वर्तमान वेल्जियम) विलियम के विरुद्ध हो गया। १५७९ में सात उत्तरी प्रांतों का यूट्रेक्ट
चाको प्रांत-छोटूराम
or सर छोटू राम (जन्म-24 नवंबर 1881 - 9 जनवरी 1945) ब्रिटिश भारत के पंजाब प्रांत के एक प्रमुख राजनेता एवं विचारक थे। उन्होने भारतीय उपमहाद्वीप के ग़रीबों
चाको प्रांत-भारत में समाजवाद
डांगे के नेतृत्व में), मद्रास ( सिंगरवेलू चेतियार के नेतृत्व में), संयुक्त प्रांत ( शौकत उस्मानी के नेतृत्व में) और पंजाब (गुलाम हुसैन के नेतृत्व में) में
चाको प्रांत-केशव बलिराम हेडगेवार
सदस्य बन गये। सन् १९१६ के कांग्रेस अधिवेशन में लखनऊ गये। वहाँ संयुक्त प्रान्त (वर्तमान यू०पी०) की युवा टोली के सम्पर्क में आये। बाद में कांग्रेस से मोह
चाको प्रांत-काकोरी काण्ड
पेश किया। कौन्सिल के कई सदस्यों ने सर विलियम मोरिस को, जो उस समय संयुक्त प्रान्त के गवर्नर हुआ करते थे, इस आशय का एक प्रार्थना-पत्र भी दिया कि इन चारो की
चाको प्रांत-पुरुषोत्तम दास टंडन
किया। सन् १९३७ में धारा सभाओं के चुनाव हुए। इन चुनावों में से ग्यारह प्रान्तों में से सात में कांग्रेस को बहुमत मिला। उत्तर प्रदेश में भी कांग्रेस को
चाको प्रांत-अजीत सिंह (मारवाड़)
फर्रुखसियर ने अजीत सिंह को थाटा का गवर्नर नियुक्त किया। अजीत सिंह ने लाहौर प्रांत में जाने से इनकार कर दिया और फर्रुखसियर ने हुसैन अली ब्राहा को अजीत सिंह
चाको प्रांत-सिंहली भाषा
-- अलविदा सललि -- धन वॅसस -- वर्षा वहिनवा -- बरसना (वर्षा होना) पिहिय -- चाकू हॅनद -- चम्मच लियुम -- पत्र कनतोरुव -- कार्यालय तॅPआआEल -- डाकघर यवननवा --
चाको प्रांत-सुभाष चन्द्र बोस
मियां मंसूर अंसारी नागनाथ नायकवाडी नाना फडणवीस नाना साहिब पी. कक्कन प्रफुल्ल चाकी प्रीतिलता वादेदार पुरुषोत्तम दास टंडन रामस्वामी वेंकटरमण राहुल सांकृत्यायन
चाको प्रांत-भील
भील , संथाल , मुंडा और शबर जनजातियां है । यही आदिवासी लोग सबसे पहले बंगाल प्रांत में बसे थे वहीं भील राजाओं ने बंगाल में अपना शासन स्थापित किया । पाकिस्तान
चाको प्रांत-प्राचीन मिस्र
अत्यधिक महत्व देते थे। अधिकांश लोग नील नदी में स्नान करते थे और पशु वसा और चाक से निर्मित एक लेईदार साबुन का प्रयोग करते थे। सफाई के लिए पुरुष अपने पूरे
चाको प्रांत-कोरियाई मुद्रा
कोरियाई प्रायद्वीप में लाया गया थाऔर आधुनिक समय में प्योंगन और जौल्ला प्रांतों में चाकू के पैसे के नमूनों की खुदाई की गई है। चीनी हान राजवंश के दौरान वू झू
चाको प्रांत-अशफ़ाक़ुल्लाह ख़ाँ
ब्रितानी भारत मौत 19 दिसम्बर 1927(1927-12-19) (उम्र 27) फ़ैज़ाबाद, यूनाइटेड प्रांत उपनाम अशफ़ाक़ उल्ला ख़ाँ प्रसिद्धि का कारण काकोरी ट्रैन डकैती के प्रमुख
चाको प्रांत-हिन्दी–उर्दू विवाद
लेने लगी। ईस्ट इण्डिया कम्पनी ने आधुनिक भारत के हिन्दी बोलने वाले उत्तरी प्रान्तों में फ़ारसी भाषा की जगह उर्दू लिपि में लिखित उर्दू को सरकारी मानक भाषा
चाको प्रांत-एंजेलिना जोली
कंबोडिया की नागरिकता से सम्मानित किया; जोली ने बट्टमबैंग के उत्तर-पश्चिमी प्रांत में वन्य जीव अभयारण्य की स्थापना के लिए $5 मिलियन का वचन दिया और वहां उनकी
चाको प्रांत-मदनलाल ढींगरा
घटनाओं में से एक है। मदनलाल धींगड़ा का जन्म १८ फरवरी सन् १८८३ को पंजाब प्रान्त के एक सम्पन्न हिन्दू परिवार में हुआ था। उनके पिता दित्तामल जी सिविल सर्जन
चाको प्रांत-भारत छोड़ो आन्दोलन और बिहार
मदरलैण्ड का सम्पादन एवं प्रकाशन शुरू किया। १९०८ ई. में खुदीराम बोस और प्रफुल्ल चाकी नामक दो युवकों ने मुजफ्फरपुर के जिला जज डी. एच. किंग्स फोर्ड की हत्या के
चाको प्रांत-भारत में धर्म
है) में शुरू होने वाले दंगे शामिल हैं। इन संघर्षों में मुख्यतः पत्थरों और चाकुओं का इस्तेमाल किया गया और व्यापक स्तर पर लूटपाट और आगजनी भी की गयी, जिससे
चाको प्रांत-मैरी १ (स्कॉटलैंड की रानी)
का प्रस्ताव रखा कि इससे इंग्लैंड और स्कॉटलैंड में संधि हो जाएगी और दोनों प्रांत एक हो जाएंगे। १ जुलाई १५४३ को जब मैरी ६ महीने की थीं तब ग्रीनविच की संधि
चाको प्रांत-भारतीय इतिहास तिथिक्रम
गाँधी द्वारा असहयोग आंदोलन का आरंभ, बाल गंगाधर तिलक की मृत्यु 1922- संयुक्त प्रांत में चौरीचौरा हत्याकांड 4 फरवरी 1925- चितरंजन दास की मृत्यु, काकोरी कांड
चाको प्रांत-गोर्खालैंड
कालिम्पोंग में एक ज्ञापन सौंपा था। १९८० में इंद्र बहादुर राई (दार्जीलिंग के प्रांत परिषद) के द्वारा तब के प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को लिखकर एक अलग राज्य की
चाको प्रांत-काउबॉय
करते थे। कनाडा में पारंपरिक रूप से पशुपालन पर अल्बर्टा नामक प्रांत का प्रभुत्व रहा। प्रांत के प्रारंभिक अधिवासियों में सबसे अधिक सफल थे पशुपालक, जिन्होंने
चाको प्रांत-भारत में इस्लाम
अगुवाई में अरब सेना द्वारा सिंध प्रांत (वर्तमान में पाकिस्तान) पर विजय प्राप्त की गई। सिंध, उमय्यद खलीफा का पूर्वी प्रांत बन गया। 10वीं सदी के प्रथम अर्द्ध
चाको प्रांत-योगेश चन्द्र चटर्जी
बंगाल के एक प्रमुख क्रान्तिकारी थे। वे बंगाल की अनुशीलन समिति व संयुक्त प्रान्त (अब उत्तर प्रदेश) की हिन्दुस्तान रिपब्लिकन ऐसोसिएशन के सक्रिय सदस्य थे।
चाको प्रांत-शचीन्द्रनाथ बख्शी
बंगाल के फरीदपुर जिले के रहने वाले थे जो बाद में बंगाल से आकर संयुक्त प्रान्त आगरा व अवध के शहर बनारस में बस गये थे। सचीन दा ने एफ॰ए॰ (इण्टरमीडिएट) की
चाको प्रांत-शचींद्रनाथ सान्याल
भूपेन्द्र कुमार दत्त हेमचन्द्र कानुनगो उल्लासकर दत्त खुदीराम बोस प्रफुल्ल चाकी तारकनाथ दास अविनाशचन्द्र भट्टाचार्य गुरन दित कुमार मानवेन्द्रनाथ राय भवभूषण
चाको प्रांत-ब्लैक फ़्राइडे (ख़रीदारी)
करने में, अलग-अलग प्रान्तों में भिन्नता होती है जो काफी हद तक इस बात पर निर्भर करता है शिपिंग संबंधी लागतों में कितना अंतर है और उस प्रांत में बिक्री कर लागू
चाको प्रांत-रामकृष्ण खत्री
क्रान्तिकारी थे। उन्होंने हिन्दुस्तान प्रजातन्त्र संघ का विस्तार मध्य प्रान्त और महाराष्ट्र में किया था। उन्हें काकोरी काण्ड में १० वर्ष के कठोर कारावास
चाको प्रांत-शिव वर्मा
रिपब्लिकन एसोसिएशन के सदस्य थे। शिव वर्मा का जन्म 9 फरवरी 1904 को संयुक्त प्रांत के हरदोई जिले के खातेली गांव में हुआ था। 17 वर्ष की आयु में, उन्होंने असहयोग
चाको प्रांत-प्रेमकृष्ण खन्ना
इण्डियन रेलवे मॅ चीफ डिवीजनल इंजीनियर थे जिनका मुख्यालय तत्कालीन संयुक्त प्रान्त आगरा व अवध के एतिहासिक शहर शाहजहाँपुर में था। ब्रिटिश सरकार ने उन्हें रायबहादुर
चाको प्रांत-हिप्पी
राजनीतिक कला के कार्यों का प्रदर्शन किया। 6 अक्टूबर 1966 को कैलिफोर्निया प्रांत ने एलएसडी को एक नियंत्रित पदार्थ घोषित किया जिसने इस नशीली दवा को अवैध बना
चाको प्रांत-शेफ़ील्ड
क्रैग्स में मिला था। लौह युग में यह क्षेत्र पेनाइन जाति का सुदूरदक्षिणी प्रांत बन गया, जिसे ब्रिगनेट्स कहा जाता है। ऐसा माना जाता है कि यही वह प्रजाति
चाको प्रांत-पाकिस्तानी शियाओं के खिलाफ हिंसा
में, उसने एक ऐसे क्षेत्र में प्रवेश किया जो अब पाकिस्तान में बलूचिस्तान प्रांत का हिस्सा है और उसने खलीफा उस्मान को निम्नलिखित रिपोर्ट भेजी: "पानी की कमी
चाको प्रांत-गुलिवर्स ट्रेवल्स
वोयलिन के लिए एक सूट लिखा, "गुलिवर सूट". इसके पांच मूवमेंट हैं "इंट्राडा", "चाकोने ऑफ़ द लिलीपुटीयन्स", गिग ऑफ़ द ब्रोबडिंगनाजीयन्स", डे ड्रीम्स ऑफ़ द लापुटीयन्स
चाको प्रांत-पजहस्सी राजा
का इस क्षेत्र पर नियंत्रण रहा था, इसीलिए पजहस्सी ने इसे देश के प्राचीन प्रांत पर कब्जा जमाने की कार्रवाई के रूप में ठीक ही देखा. राजा ने इसका प्रतिरोध
चाको प्रांत-भोजन शिष्टाचार
में मेज़ थपथपाना चाहिए, ख़ास तौर पर यदि आप दक्षिणी चीन, मसलन गुआंगडौन्ग प्रांत, में हों तो. यह क्रिया सर झुकाने का प्रतीक है। जब लोग जश्न के रूप में एक
चाको प्रांत-जुलाई संकट
हुआ। साराजेवो प्रांतीय राजधानी बन गया और एक सैन्य कमांडर, ओस्कर पोटीरेक, प्रांत के गवर्नर बन गए। 1914 की गर्मियों में, सम्राट फ्रांज जोसेफ ने ऑस्ट्रो-हंगेरियन
चाको प्रांत-धर्म के फ्रांसीसी युद्ध
ऑफ मर्कुर, जिसे हेनरी III ने 1582 में ब्रिटनी का गवर्नर बनाया था, और उस प्रांत में खुद को स्वतंत्र बनाने का प्रयास कर रहा था। कैथोलिक लीग के एक नेता, उन्होंने
चाको प्रांत-कम्बोडियाई नरसंहार
पर ख्मेर रूज में शामिल दो चाम वंश के भाई सैनिकों के रूप में काम्पोंग चाम प्रांत के भीतर क्षेत्र २१ में घर लौट आए, जहाँ सबसे बड़ा चाम मुसलमान समुदाय पाया
चाको प्रांत-क्षमता से स्टेडियमों की सूची
अफ़्रीका स्टॉर्मर्स, पश्चिमी प्रांत, दक्षिण अफ्रीका राष्ट्रीय रग्बी यूनियन टीम*, सैंटोस एफ.C । रग्बी संघ,एसोसिएशन फुटबॉल शानक्सी प्रांत स्टेडियम 51,000 शीआन,